हिमाचल प्रदेश में मॉनसून 16 जून 2021 को दस्तक दे चुका है और साथ में बहुत से नमी से भरे हुए बादल साथ लाया है और साथ में नमी से भरे हुए बहुत से वॉटर ड्रॉपलेट्स भी साथ लेकर आया है जिसे हम धुंध भी कहते हैं इसका परिणाम यह होगा की अब हिमाचल प्रदेश में हवा के बहाव के साथ कभी भी बारिश हो सकती है इस बार का मानसून अपने समय से 15 दिन पहले लगभग हिमाचल प्रदेश पहुंचा है


इस बार हिमाचल प्रदेश में मानसून जल्दी आने का परिणाम यह हो सकता है की हिमाचल प्रदेश में पेड़ पौधे एवं मॉनसून के सीजन में लगने वाले पौधे एवं सब्जियां एवं फसल जल्दी तैयार हो जाएंगी और इसका पॉजिटिव और नेगेटिव असर हिमाचल प्रदेश पर पड़ेगा|इसके परिणाम स्वरूप हिमाचल प्रदेश में कई फसल खराब भी हो सकती है और नदियों एवं नालियों का लेवल भी बढ़ जाएगा |नीचे दी गई इमेज में आप हिमाचल प्रदेश के वेदर रिपोर्ट की सेटेलाइट इमेज देख सकते हैं इसमें आप देख सकते हैं कि मॉनसून के बादल हवाओं के साथ यूपी से उत्तराखंड होते हुए हिमाचल प्रदेश पहुंच रहे हैं इसके परिणाम स्वरुप यह होगा कि जब जब हवा का बहाव हिमाचल प्रदेश की तरफ आएगा और मॉनसून वाले बादल एवं द्वंद को हिमाचल प्रदेश की तरफ लाता रहेगा|


इस पिक्चर में आप सेटेलाइट से ली गई कुछ तस्वीरें देख सकते हैं इसमें आप साफ-साफ देख सकते हैं कि मॉनसून के बादल उत्तर प्रदेश होते हुए उत्तराखंड के बाद हवाओं के साथ हिमाचल में दस्तक दे रहे हैं और जब-जब हवाएं हिमाचल प्रदेश की तरफ रहेंगी मॉनसून के बादल दक्षिण दिशा से हिमाचल प्रदेश की तरफ बढ़ेंगे एवं धुंध भी साथ साथ हिमाचल प्रदेश की तरफ आएंगी जो की बहुत सारी नमी से भरी हुई है|
कैसे आता है मॉनसून ?
मॉनसून का आना एक नेचुरल प्रोसेस है और यह हर साल आता है परंतु कभी-कभी यह अपने वक्त से पहले आता है और बहुत सारी नमी लेकर आता है परंतु कभी-कभी यहां अपने वक्त से बाद भी आता है और इसके परिणाम स्वरूप उस साल सुखा होता है अब बात करें कि मॉनसून कैसे आता है पृथ्वी के मध्य में भूमध्य रेखा होती है जो कि एक इमैजिनरी रेखा होती है और गर्मियों के समय में सूरज के ताप की वजह से भूमध्य रेखा के आसपास के समुद्र में पानी वाष्प बनना स्टार्ट हो जाता है| उसके बाद में जब हमारा सूर्य कर्क रेखा की तरफ आने लगता है कर्क रेखा जोकि भारत के कुछ राज्यों से गुजरती है उसकी तरफ आने लगता है तो महासागर में वाष्प इकट्ठा होने लगता है और इस वजह से वहां पर हाई प्रेशर बन जाता है और यह बात उत्तर दिशा की तरफ बढ़ना स्टार्ट हो जाता है और यही मॉनसून होता है और यहां फिर भारत पहुंचता है फिर दक्षिण भारत के राज्यों से होता हुआ मध्य भारत और फिर उसके बाद उत्तर भारत पहुंचता है जैसा कि इस समय यहां हिमाचल प्रदेश के आसपास है | इस तरह से मॉनसून बनता है एवं भारत में और आसपास के क्षेत्रों में हर साल बहुत सी नन्ही एवं बारिश से भरे हुए बादल लेकर पहुंचता है |


मानसून आने से हिमाचल प्रदेश में तापमान कम हो जाएगा और हिमाचल वासियों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी एवं वातावरण भी साफ हो जाएगा एवं स्वच्छ हवा हिमाचल वासियों को मिलेगी और प्रकृति का एक साफ एवं सुंदर नजारा भी देखने को मिलेगा |